बैंक नहीं दे रहे कर्ज तो यहां करें आवेदन, आरबीआई ने खुद बताया रास्‍ता, पूरी तरह भरोसेमंद है यह ऑप्‍शन

Get Easy Loan: बैंकों द्वारा लोन देने में कमी के बीच, RBI की रिपोर्ट बताती है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) तेजी से विकसित हो रही हैं और लोन वितरण में 10% से अधिक वृद्धि दिख रही है। SBR फ्रेमवर्क और PCA नियमों के तहत NBFCs की परिसंपत्ति गुणवत्ता और जोखिम प्रबंधन में सुधार हुआ है।

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By Turant Loan

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एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों ने लोन देने के मामले में अपने हाथ तंग कर लिए है। बीते वर्ष की तुलना में इस साल बड़ी गिरावट दिख रही है अब चाहे होम लोन हो, ऑटो या पर्सनल लोन हो। इसी बीच में रिजर्व बैंक की तरफ से आई एक रिपोर्ट ने सामान्य व्यक्ति को नया विकल्प दिया है। यदि किसी के लोन को बैंक ने अस्वीकृत किया हो तो वो यहां अप्लाई करके आने टारगेट को पूरा कर पाएगा।

RBI की हालिया रिपोर्ट कहती है कि स्केल आधारित रेगुलेशंस फ्रेमवर्क मतलब SBR के अंदर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) बढ़िया परफॉर्म करने में लगी है। साल 2023 के दिसंबर माह के आखिर तक इस सेक्टर में लोन देने के मामले में 10% से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है। अक्टूबर 2022 में SBR के शुरू होने पर बुरे फंसे लोन (NPA) के अनुपात में देखने लायक कमी आई है। दिसंबर 2021 में NPA 4.4% से 10.6% के मध्य रहा था जोकि दिसंबर 2023 तक 2.4% से 6.3% के मध्य रहा है।

PCA नियमो से NBFC में बेहतरी

RBI का बुलेटिन कहता है कि इस क्षेत्र में अच्छी परिसंपत्ति क्वालिटी और रिस्क मैनेजमेंट को दर्शाया है। NBFC को तेज गति से विकसित हो रहे वित्तीय परिदृश्य और रिस्क मैनेजमेंट, अनुपालन और आंतरिक ऑडिट को लेकर सर्तक होने की आवश्यकता है। NBFC को लेकर तुरंत सुधार की प्रक्रिया (PCA) नियमो को बढ़ाने से इस सेक्टर के ज्यादा सशक्त होने के अनुमान है। बैंक लोन पर बढ़ रहे रिस्क की वजह से NBFC बैंक उधार पर डिपेंडेंसी में कमी करके अपने फंडिंग के सोर्स में तेज गति से विविधता लाने में लगा है।

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बाजार में है काफी बड़ी NBFC

RBI द्वारा SBR स्ट्रक्चर के अंतर्गत अपर लेयर की तरह से काफी मुख्य NBFC को पहचाना गया है। जिसमे LIC हाउसिंग फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस, टाटा संस, एलएंडटी फाइनेंस, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, आदित्य बिड़ला फाइनेंस, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, मुथूट फाइनेंस, बजाज हाउसिंग फाइनेंस और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल आदि के नाम मुख्यरूप से आते है।

टाटा संस की बचने की कोशिशें

अभी टाटा संस के अलावा इस लिस्ट में प्रत्येक कंपनी ने लिस्टिंग के अनुपालन करने में कदम की शुरुआत की है। वैसे टाटा संस की तरफ से इस समय भी इस लिस्टिंग से बचाव के काफी प्रयास हो रहे है। नियमानुसार उसको अगले वर्ष दिसंबर तक सूचीबद्ध होना है किंतु वो लोन को चुकता करके और दूसरे काफी वजहों से लिस्टिंग से बचाव चाह रही है।

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