आज के दौर में करीब हर व्यक्ति के पास अपना एक बैंक अकाउंट तो होता ही है। अब तो एक ही परिवार में पेरेंट्स के साथ ही बच्चो के भी बैंक अकाउंट खुल रहे है। लोगो का बैंक अकाउंट में अपने पैसे को सुरक्षित रखना आसान रहता है और बैंक की तरफ से जमा पैसे पर ब्याज भी मिल जाता है।
यूं तो लोग बैंक के पैसे को लेकर बेफिक्र रहते है किंतु अब सवाल उठता है कि उनके बैंक के दिवालिया हो जाने या बंद होने पर जमा पैसों का क्या होगा? खाताधारक को कितने पैसे मिलेंगे? अब ये सभी प्रश्न काफी अहम हो जाते है तो आपको बैंक डूबने पर खाताधारक को मिलने वाले पैसों की जानकारी देते है।
बैंक डूबने या दिवालिया होने की वजह
बैंक के दिवालिया होने की अहम वजह है कि लोन का वापस न मिलना। अगर किसी बैंक की तरफ से लोगो को लोन दिया जाता है किंतु उनकी तरफ से लोन वापस नहीं आता है। ऐसी स्थिति में बैंक नुकसान में चला जायेगा और इसके बंद होने तक की नौबत बन जायेगी।
बैंक के डूबने पर कितने पैसे मिलेंगे
यहां गौर करें कि खाताधारक का जिस बैंक में अकाउंट हो और वो बंद हो जाए या दिवालिया हो जाए तो इस कंडीशन में खाताधारक को नियमानुसार सिर्फ 5 लाख रुपए ही मिल सकेंगे। खाते में इससे ज्यादा रकम होने पर भी इतने ही पैसे वापस मिलेंगे।
क्या सरकार बैंक को बंद होने से बचाएगी?
किंतु सरकार के कारण किसी को भी ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है चूंकि सरकार ऐसे बैंको को बंद होने से बचाती है।सरकार इस तरह के बैंक को किसी अन्य बैंक में मर्ज कर देगी और खाताधारको के पैसे डूबने से बच जाएंगे।
RBI भी ध्यान देता है
यह बात तो साफ है कि RBI की तरफ से प्रत्येक बैंक के लोन और ट्रांजैक्शन पर बारीकी से ध्यान दिया जाता है। इस तरीके से वो किसी बैंक के दिवालिया होने से पूर्व ही ठोस फैसला करके खाताधारको के पैसे को सुरक्षा देता है। साथ ही किसी बैंक के दिवालिया होने पर DICGC के द्वारा खाताधारकों को पैसे लौटाने की जिम्मेदारी मिली है। यह इस काम के लिए बैंको से प्रीमियम लेता है।