आज के समय में ज्यादातर लोग बिज़नेस करना पसंद कर रहे है, सरकार भी देश के युवाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. लोगों को स्वरोजगार के प्रति आकर्षित करने के लिए सरकार कई तरह की लोन योजना उपलब्ध करा रही है. ये लोन योजना छोटे-बड़े व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से 5 मुख्य सरकारी लोन योजना के बारे से बताने जा रहे है, जहां से आप 50 हजार से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एक सरकारी योजना है जो छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। यदि आप कोई छोटा-सा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो इस योजना के तहत आपको आसानी से पैसा मिल सकता है। इस पैसे का इस्तेमाल आप अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। इस योजना के तहत आप 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं.
इस योजना के तहत तीन प्रकार के लोन दिए जाते हैं, जैसे –
- शिशु लोन: 50,000 रुपये तक
- किशोर लोन: 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक
- तरुण लोन: 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक
ये तीन तरह के लोन अलग-अलग व्यवसायिक जरूरतों के आधार पर लिए जाते हैं-
- शिशु ऋण: यह सबसे छोटी राशि का लोन है जो 50,000 रुपये तक का होता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो छोटे पैमाने पर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, जैसे कि छोटी दुकानें, घर से काम करने वाले व्यवसाय आदि।
- किशोर ऋण: यह शिशु लोन से थोड़ा बड़ा लोन है जो 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक का होता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अपने मौजूदा व्यवसाय को बढ़ाना चाहते हैं या नए मशीनरी या उपकरण खरीदना चाहते हैं।
- तरुण ऋण: यह सबसे बड़ा लोन है जो 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का होता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो बड़े पैमाने पर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या अपने मौजूदा व्यवसाय का काफी विस्तार करना चाहते हैं।
2. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP)
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP) लोगों को नया रोजगार शुरू करने में मदद करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेरोजगारी को कम करना और लोगों को खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के अंतर्गत आवेदक विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) कार्य के लिए अधिकतम 25 लाख रुपये तक और सेवा (सर्विस) के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से ले सकते हैं. इसके अलावा इस योजना में ट्रेनिंग भी दी जाती है. योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु 18 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए.
3. प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना
ये लोन उन लोन के लिए उपयोगी है जो सड़क पर या किसी जगह पर दुकान लगाकर सामान बेचते हैं, जैसे कि पकौड़े वाले, चाय वाले, फल वाले, आदि। इस योजना के जरिए सरकार इन लोगों को पैसा देती है ताकि वे अपना छोटा सा व्यवसाय बढ़ा सकें। इस योजना में आपको 10,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का लोन मिल जाता है. इस लोन को लेने के लिए आपको किसी चीज की गारंटी देने की जरूरत नहीं होती है।
4. पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Scheme) का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की मदद करना है। इस योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और बाजार में उनके उत्पादों को बेचने में मदद मिलती है। इस योजना का लाभ मुख्य रूप से पारंपरिक कारीगर जैसे बुनकर, बढ़ई, लोहार, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले, सुनार, मूर्तिकार आदि 18 प्रकार के कारीगरों और शिल्पकारों को दिया जाता है.
इस योजना के तहत मिलने वाले लोन की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस तरह का काम करते हैं और आपके व्यवसाय की जरूरत क्या है। आमतौर पर, इस योजना के तहत 1 लाख रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। यह लोन दो किश्तों में दिया जाता है। पहली किस्त में आपको 1 लाख रुपये और दूसरी किस्त में 2 लाख रुपये मिलते हैं।
5. स्टैंड-अप इंडिया स्कीम क्या है?
स्टैंड-अप इंडिया योजना का लाभ महिलाओं, अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लोगों को दिया जाता है. इस योजना के तहत ये लोग बैंक से आसानी से 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं। इस लोन का इस्तेमाल वे अपना कोई भी व्यवसाय शुरू करने या बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। सरकार का मकसद इन समुदायों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराना है। इस योजना के लिए आपको बैंक में जाकर आवेदन करना होता है। इस योजना में लोन अप्रूव होने के बाद लाभार्थियों को ट्रेनिंग भी दी जाती है.