हमारे देश में स्टूडेंट हायर एजुकेशन के लिए कॉलेज जाते है तो वो नई बाइक की मांग रख देते है। अब जॉब न होने के कारण वो अपने पेरेंट्स पर इसका प्रेशर डालने लगते है। अब प्रश्य है कि क्या एक विद्यार्थी को दोपहिया गाड़ी की खरीद को लेकर लोन मिलता है या नही? इसी बात की जानकारी आगे के लेख में देखे।
हमारे देश में 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लेने वाले इंसान को अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का अधिकार है। यदि विधार्थी को देखे तो उसको दोपहिया वाहन के लिए लोन मिल जाता है। किंतु इसको लेकर कुछ नियम और शर्तों को तय किया गया है जोकि पालन करने पर दोपहिया वाहन के लोन का आवेदन नहीं हो सकता है।
गारंटर की जरूरत होगी
बैंक और काफी NBFC की तरफ से पढ़ने वाले विद्यार्थियों को लोन दिया जा रहा है। दोपहिया गाड़ी के लोन का आवेदन करने में स्टूडेंट को एक को-एप्लीकेंट या गारंटर भी देना पड़ेगा। इस गारंटर का क्रेडिट स्कोर भी ठीक होना अनिवार्य है और वो किसी स्टेबल काम को कर रहा हो या जॉब करता हो।
एक अच्छे क्रेडिट स्कोर के मामले में सानाम्यरूप से 700 या इससे ज्यादा को मानते है। लोन की रकम की रीपेमेंट नही कर पाने की दशा में उस गारंटर या को-एप्लीकेंट से क्षतिपूर्ति कर लेते है। साथ ही स्टूडेंट को भारत का निवासी भी होना चाहिए। आवेदन करने से पहले आपको एक परमनेंट एड्रेस की भी जरूरत होगी।
हर टाइप के टूव्हीलर पर लोन
दस्तावेजों के सत्यापन में सामान्यरूप से 3 दिनों का टाइम लग जाता है। एक एवरेज स्टूडेंट आवेदक के मामले में लोन की समायसीमा को केवल 3 सालो तक ही बढ़ाते है। इस लोन की रकम से स्टूडेंट की तरफ से खरीदे जाने वाले टू व्हीलर के टाइप पर किसी तरीके का प्रतिबंध नहीं रहता है।
स्टूडेंट सुपरबाइक से इलेक्ट्रिकल मोपेड तक के लिए लोन को फाइनेंस कर सकते है। स्टूडेंट के मामले में अधिकांश दोपहिया लोन एक तरीके से अनसेफ लोन है। इस वजह से किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं रहती है।
लोन में जरूरी दस्तावेज
अब बात करें लोन के दौरान दिए जाने वाले दस्तावेजों की तो KYC दस्तावेज के रूप में आपने पासपोर्ट, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस आदि देना होगा। पता प्रमाण दस्तावेज के रूप में आने बैंक की पासबुक, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल आदि को देना होगा।
यदि गारंटर अपना काम करता हो तो उसको बीते 2 सालो के इनकम टैक्स रिटर्न, बीते 1 साल की बैंक स्टेटमेंट, बिजनेस सर्टिफिकेट को देना होगा। यदि गारंटर वेतन पा रहा हो मतलब जॉब कर रहा है तो उसको बीते 6 माह की वेतन पर्ची और बीते 6 माह की बैंक स्टेटमेंट देने की जरूरत हो सकती है।