केंद्र सरकार की पीएम मुद्रा लोन स्कीम इस तरीके की योजना है जोकि गैर-कॉरपोरेट, गैर कृषि या लघु या सूक्ष्म उद्यम से संबंधित लोगो को उनके निजी व्यवसाय को बनाने या पुराने वाले को विस्तार देने में 20 लाख रुपए तक का लोन देता है। सरकार ने यह योजना साल 2015 की 8 अप्रैल को शुरू की थी।
हालांकि स्कीम में दिए जा रहे लोन की रकम को केवल व्यवसाय पर ही खर्च कर सकते है। यह जान ले कि इस स्कीम के अंतर्गत मृच 2023 तक 40.82 करोड़ लोन की रकम में लगभग 23.2 लाख करोड़ रुपए को मंजूरी मिल गई थी। जिसमे से लगभग 68 फीसदी अकाउंट महिला व्यवसाई के रहे है।
मुद्रा स्कीम में 3 वर्ग के लोन मिलेंगे
पीएम मुद्रा लोन स्कीम के अंतर्गत 3 कैटेगरी में लोन प्रदान कर रही है। यह कैटेगरी है – शिशु, किशोर और तरुण लोन। अब सरकार ने तरुण लोन की सीमा को 20 लाख रुपए तक कर दिया है जोकि पहले तक केवल 10 लाख रुपए होता था।
- शिशु कैटेगरी – 50 हजार रुपए तक का लोन।
- किशोर कैटेगरी – 50 हजार से 5 लाख रुपए का लोन
- तरुण कैटेगरी – 5 लाख रुपए से 20 लाख रुपए तक का लोन।
लोन लेने में इन 6 शर्त को पूरा करना होगा
किसी भी बेरोजगार युवा को यदि अपने स्वयं के व्यवसाय को शुरू करने की इच्छा हो या पुराने वाले व्यवसाय को विस्तार देना हो तो उसको इस लोन को लेने में इन अनिवार्य शर्त को पूरा करना होगा।
- पीएम मुद्रा लोन स्कीम के अंतर्गत लोन लेने में उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष या अधिक हो।
- आवेदन पूर्व में किसी बैंक से डिफाल्टर घोषित न हो।
- उम्मीदवार का क्रेडिट रिकॉर्ड भी सही होना अनिवार्य है।
- जिस व्यवसाय के लिए लोन ले रहे हो तो उससे जुड़ा जरूरी कौशल और अनुभव भी हो।
- आवेदक को बैंक के पास अपने व्यवसाय के प्लान और परियोजना की रिपोर्ट को सबमिट करना पड़ेगा।
- ऐसे ही आयकर दाखिले की रिपोर्ट, आधार कार्ड, पैनकार्ड, स्थाई पता और व्यवसाय कार्यालय के पते के प्रमाण भी देने होंगे।
लोन के पाने में लगने वाला समय
पीएम मुद्रा लोन स्कीम के अंतर्गत दिए जाने वाले लोन के पेमेंट की समयसीमा 5 वर्ष तक रहती है। यहां पर बैंक या लोन दे रही संस्था की तरफ से कोई भी गारंटी या सेक्योरिटी नही चाहिए होती है। पीएम मुद्रा लोन व्यवसायिक बैंक, RRB, लघु वित्त बैंक और NBFC के द्वारा दिए जा रहे है।