यह कई बार होता है कि काफी लोगो के पास कई क्रेडिट कार्ड होते है। इसकी वजह अधिकतर लोग उनकी क्रेडिट लिमिट का अधिक होना बताते है। इस कारण उनके पास ज्यादा खरीदारी का मौका बनता है। किंतु काफी समय अधिक Credit Card के होने के कारण कुछ बाते ऐसी हो जाती है कि कार्ड होल्डर का सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। यहां हम आपको ऐसी ही 5 फैक्ट्स की जानकारी देंगे जोकि सभी को ध्यान में रखनी चाहिए।
ड्यू डेट को ध्यान में रखे
यदि आप काफी सारे क्रेडिट कार्ड रखते हो तो उनके बिलों की तय तारीख भी काफी सारी होने की संभावना है। इस स्थिति में अपने क्रेडिट कार्ड की तय तारीख को ध्यान में रखना अनिवार्य हो जाता है। अन्यथा किसी तारीख के छुटने पर आपको लेट फीस का सामना करना पड़ सकता है जिससे आपके सिबिल स्कोर के बिगड़ने का खतरा है।
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो पर गौर करें
क्रेडिट कार्ड को यूज करते समय पर क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो पर अवश्य गौर करने की जरूरत है। इसके अंतर्गत आपने अपने कार्ड की सीमा का 30% से ज्यादा यूज नहीं करना होगा। ऐसा न करने से आपके सिबिल स्कोर पर असर पड़ेगा। कई क्रेडिट कार्ड हो जाने पर प्रत्येक की लिमिट को ध्यान में रखना कठिन रहता है जोकि बाद में परेशानी का कारण बनता है।
वार्षिक शुल्क को ध्यान में रखे
यदि आप काफी सारे क्रेडिट कार्ड को रखते है तो इनके लिए आपने वार्षिक शुल्क का भुगतान करना होता है। इस प्रकार से आपके काफी पैसे तो इनके वार्षिक शुल्क पर खर्च होने वाले है। इस दिक्कत में आप कुछ क्रेडिट कार्ड को क्लोज करने पर सोच सकते है। इस प्रकार से आपके ऊपर पड़ रहा अतिरिक्त वजन कम हो जाए।
मिनिमम ड्यू के मामले में न आए
काफी समय लोग क्रेडिट कार्ड में मिनिमम ड्यू को देखने के बाद सोचते है कि वो इतनी रकम चुकाएंगे तो उनका काम हो जायेगा। गौर करें कि ऐसी कंडीशन में आप सिर्फ अपने कार्ड को यूज कर पाएंगे। आपने अपने बिलों पर ब्याज को तो देना ही है तो हर समय अपने क्रेडिट कार्ड के पूरे बिलों की पेमेंट करें।
रिवार्ड पॉइंट्स का उपयोग करते रहे
काफी लोग क्रेडिट कार्ड को इस वजह से भी लेते है कि उनको इन पर मिलने वाले काफी सारे रिवार्ड के पॉइंट्स को यूज करने का मौका मिले। किंतु यदि आप कई क्रेडिट कर्ड रखते हो तो आपके लिए इन रिवार्ड प्वाइंट की ट्रैकिंग करना कठिन हो जाता है। ऐसे ही क्रेडिट कार्ड में काफी रिवार्ड पॉइंट्स इस तरह के रहते है जोकि एक निश्चित टाइम के बाद खत्म हो जाते है। इस प्रकार से इन्हे टाइम से मॉनिटर करने की जरूरत पड़ती है और यूटिलाइजेशन करना चाहिए।